Ram Chandra Prasad Singh
  • होम
  • जानें
  • अपडेट
  • जुडें

आदि बद्रीबांध निर्माण को लेकर हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में हुआ समझौता - सरस्वती को मिलेगा पुनर्जीवन

  • By
  • Deepika Chaudhary Deepika Chaudhary
  • February-17-2022
वैदिककालीन साहित्य में परम पवित्र नदी के रूप में जानी जाने वाली सरस्वती नदी भारत की उन पौराणिक नदियों में से एक है, जिनके किनारे रहकर ऋषियों ने अलौकिक वैदिक ज्ञान का सृजन किया। नि:संदेह यही कारण है कि सरस्वती को आज भी देश में विद्या और ज्ञान की देवी की उपाधि प्राप्त है। कालांतर में विभिन्न भौगोलिक कारणों के चलते सरस्वती विलुप्त हो गई। हरियाणा में 1986-87 के दौरान हुए शोध के बाद से लुप्त हो चुकी सरस्वती को पुनर्जीवन देने के प्रयासों की शुरुआत हुई। जिसके बाद समय समय पर सरस्वती को पुनर्जीवित करने की खबरें सामने आती रही।


लेकिन पौराणिक नदी सरस्वती का जीर्णोद्धार करने के सरकारी प्रयासों को हाल ही में तेजी मिली है, नदी को पुनर्जीवित करने की खबरें हालांकि साल दर साल आती जाती रही हैं। लेकिन इस बार हरियाणा और हिमाचल प्रदेश सरकारों के मध्य हुए "आदिबद्री बांध निर्माण" समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होने से नदी के कायाकल्प की संभावनाओं को भी मजबूती मिल गई है। 21 जनवरी, 2022 को दोनों प्रदेशों की सरकार के बीच पंचकूला में 215.35 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बनने वाली आदिबद्री बांध परियोजना को लेकर हुए समझौते से सरस्वती पुनरुद्धार के साथ साथ आर्थिक विकास, पर्यटन विकास के अवसरों को भी बल मिलेगा।

दस्तावेज़ पर हरियाणा के मुख्य सचिव संजीव कौशल और उनके हिमाचल समकक्ष राम सुभाग सिंह ने क्रमशः मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और जय राम ठाकुर की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर बोलते हुए, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इस समझौते पर हस्ताक्षर करने के साथ ही प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी का वह सपना पूरा होगा, जिसमें उन्होंने कुरुक्षेत्र में 3 अप्रैल, 2014 को लोगों को संबोधित करते हुए सरस्वती को पुनर्जीवित करने की अपनी प्रतिबद्धता दिखाई थी। वहीं हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि उनका 35 साल पुराना सपना सच हो गया है क्योंकि उन्होंने 1986 में सरस्वती पर शोध के सिलसिले में साइट की यात्रा की थी और तभी से वह सरस्वती नदी को पुनर्जीवित होते देखना चाहते थे।

एक नजर सरस्वती पुनर्जीवन योजना से जुड़े कुछ बिंदुओं पर -

1. सरस्वती के उद्गम बिंदु पर आदि बद्री बांध का किया जाएगा निर्माण। बांध की चौड़ाई 101.06 मीटर और ऊंचाई 20.5 मीटर होगी। कुल 224.58 हेक्टेयर मीटर पानी का प्रतिवर्ष होगा भंडारण।

2. हिमाचल प्रदेश की 31.66 हेक्टेयर भूमि पर बनेगा बांध। क्षेत्र के आर्थिक विकास, धार्मिक परिप्रेक्ष्य और पर्यटन क्षेत्र को मिलेगी प्रगति। 2024 तक परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य।

3. सोम नदी (यमुना की प्रमुख सहायक), जो आदि बद्री से होकर गुजरती है, को बांध में बदल दिया जाएगा, जिस पर आने वाला अनुमानित व्यय तकरीबन 215 करोड़ होगा। जहां से यह सरस्वती नदी की धारा के रूप में प्रवाहित होगी।

4. हिमाचल प्रदेश को इस परियोजना से प्रतिवर्ष मिलेगा 61.88 हेक्टेयर मीटर पानी, जिसमें से 57.96 हेक्टेयर मीटर सिंचाई और 3.92 हेक्टेयर मीटर पेयजल के तौर पर किया जाएगा उपयोग।

5. हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, बांध निर्माण से वर्ष भर 20 क्यूसेक पानी के साथ बहती रहेगी सरस्वती। हरियाणा को प्रतिवर्ष मिलेगा मिलेगा 162 हेक्टेयर पानी।

6. हरियाणा सरकार ने सरस्वती पुनर्जीवन के लिए 800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का तैयार किया खाका।

7. बांध परियोजना के लिए जमीनी निरीक्षण का कार्य एनआईएच (राष्ट्रीय जल विज्ञान संस्थान) रुड़की, जीएसआई (भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण) और केंद्रीय भूजल बोर्ड की निगरानी में किया गया है। केंद्रीय जल आयोग बांध के डिजाइन वाले हिस्से पर कर रहा है काम।

8. कार्य की योजना, पर्यवेक्षण और निगरानी के लिए किया गया है आदि बद्री बांध निर्माण निगरानी समिति का गठन।

9. हरियाणा में स्कूली पाठ्यक्रम में भी शामिल होगा सरस्वती नदी का इतिहास, साथ ही कॉलेजों व विश्वविद्यालयों में भी सरस्वती को लेकर विशेष पाठ्यक्रम और शोध परियोजनाओं की होगी शुरुआत।

10. बांध से न केवल सरस्वती पुनरुद्धार होगा, अपितु भूजल संरक्षण को भी मिलेगी गति, विशेषकर कुरुक्षेत्र और कैथल जिलों में भूजल होगा रिचार्ज। सोम नदी के प्राकृतिक तालाबों, झीलों इत्यादि का भी होगा संरक्षण।

11. प्रथम चरण में नदी की पौराणिकता और धार्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए पिहोवा तक नदी किनारे पर्यटन स्थलों का किया जाएगा विकास।

सरस्वती नदी उद्गम से जुड़े अहम तथ्य -

1. भारत सरकार के अनुसार सिरमौर जिले की नाहन तहसील से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थित मार्कन्डेय आश्रम सरस्वती नदी की आधिकारिक उद्गम स्थली है। ऋग्वेद, वामन पुराण, गरुड पुराण, स्कन्द पुराण इत्यादि वेदों-पुराणों के आधार पर मिली जानकारी इस तथ्य को मजबूती देती है।

2. वहीं हरियाणा सरकार का मानना है कि सरस्वती नदी का उद्गम स्थल यमुनानगर जिले के उत्तरी भाग आदि बद्री, भाबर क्षेत्र में शिवालिक पहाड़ियों की तलहटी में मौजूद है। पुरातात्विक स्थलों की खुदाई से भी या साबित होता है कि वाकई आदिबद्री में सरस्वती नदी का स्त्रोत है।

3. सैटेलाईट चित्रों से प्रमाणित होता है कि आज से साढ़े पांच हजार वर्ष पूर्व वैदिक काल में एक बड़ी नदी हिमालय की तलहटी से निकलती थी, जो हरियाणा, राजस्थान, गुजरात इत्यादि राज्यों से बहते हुए अरब सागर में समाहित हो जाती थी। इसे सरस्वती नदी ही माना जाता है। भू-गर्भीय बदलावों के चलते यह नदी कालांतर में ही सूख गई। भू-वैज्ञानिक आज भी धरती के अंदर सरस्वती नदी के प्रवाहित होने का दावा करते हैं।

4. पौराणिक हिन्दु ग्रंथों तथा ऋग्वेद में सरस्वती नदी का वर्णन मिलता है, यह प्रमुख नदियों में से एक है। ऋग्वेद के नदी सूक्त में एक श्लोक (10.75) आता है जिसमें सरस्वती नदी को यमुना के पूर्व और सतलुज के पश्चिम में बहती हुई बताया गया है। यही नहीं आज जिस तरह से सरस्वती सूख चुकी है वैसा ही कुछ उदहारण हमें उत्तर वैदिक ग्रंथों जैसे ताण्डय और जैमिनिय ब्राह्मण में भी मिलते हैं जहां सरस्वती नदी को मरुस्थल में सूखा हुआ बताया गया है, महाभारत भी सरस्वती नदी के मरुस्थल में विनाशन नाम के स्थान में अदृश्य होने का वर्णन करता है।

5. कुछ विद्वानों का यह भी मानना है कि भूचाल आने के कारण जब जमीन ऊपर उठी तो सरस्वती नदी का पानी यमुना में गिर गया। इसलिए यमुना में सरस्वती का पानी भी प्रवाहित होने लगा।


हमसे ईमेल या मैसेज द्वारा सीधे संपर्क करें.

क्या यह आपके लिए प्रासंगिक है? मेसेज छोड़ें.

More

  • आरसीपी सिंह - बाबा हरिहरनाथ मंदिर, सोनपुर में दर्शन के लिए पहुंचे इस्पात मंत्री, पूजन कर लिए बाबा का आशीष

  • आरसीपी सिंह - हाजीपुर और मुजफ्फरपुर में स्नेहपूर्ण स्वागत के लिए सभी पार्टी कार्यकर्ताओं का आभार

  • आरसीपी सिंह - औरंगाबाद जाने के क्रम में पार्टी के समर्पित साथियों से गया में हुई मुलाकात

  • आरसीपी सिंह - रविवार को औरंगाबाद के देव सूर्य मन्दिर में दर्शन एवं पूजा अर्चना करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ

  • आरसीपी सिंह - फल्गु नदी के किनारे स्थित विष्णुपद मंदिर में पहुंच श्री आरसीपी सिंह ने किया पूजन

  • आरसीपी सिंह - द्वितीयक इस्पात क्षेत्र के विकास और आत्म निर्भर भारत की ओर बढ़ने की प्रतिबद्धता दोहराई गई

  • आरसीपी सिंह - पार्टी के सभी समर्पित साथियों का अपार स्नेह पाकर हूं अभिभूत

  • आरसीपी सिंह - सीएम नीतीश कुमार के जन्मदिन से एक वर्षीय अभियान चलाएगा जदयू, विकास कार्यों को जनता तक पहुंचाया जाएगा

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह- प्रखर राष्ट्रवादी, उत्कृष्ट संगठनकर्ता व एकात्म मानवतावाद के प्रणेता पंडित दीनदयाल उपाध्याय पुण्यतिथि पर उन्हें शत शत अभिनंदन

  • आरसीपी सिंह - मिनरल एक्सपलोरेशन कॉर्पोरेशन के अध्यक्ष डॉ रणजीत रथ से हुई अहम चर्चा

  • आरसीपी सिंह - प्लास्टिक कचरे का उपयोग/निपटान एक अहम पर्यावरणीय मुद्दा, इस्पात उद्योग में किया जाएगा प्लास्टिक कचरे का प्रयोग

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह- बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं, जानें बसंत पंचमी का धार्मिक एवं वैज्ञानिक महत्त्व

  • आरसीपी सिंह - केंद्रीय बजट 2022 से उद्योग क्षेत्र में होगा समग्र विकास, बढ़ेगी मांग में वृद्धि

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह- अहिंसा के प्रतीक, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी महात्मा गांधी स्मृति दिवस पर विनम्र नमन

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह- लाला लाजपत राय जी की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह- सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा, भारतीय लोकतंत्र के महोत्सव गणतंत्र दिवस की सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह- महान क्रांतिकारी व आज़ाद हिन्द फ़ौज के संस्थापक सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर हार्दिक अभिनंदन

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह- गुरु गोबिंद सिंह जयंती की सभी देशवासियों को शुभकामनाएं

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह- आप सभी को मकर संक्रांति के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह- सभी राष्ट्रवासियों को लोहड़ी पर्व की बहुत बहुत बधाइयां

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह- महान चिंतक एवं दार्शनिक स्वामी विवेकानंद की जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह- लाल बहादुर शास्त्री जी की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि

  • आरसीपी सिंह - पावापुरी, नालंदा में स्व कपिलदेव प्रसाद सिंह जी की प्रथम पुण्यतिथि पर हुआ श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन

  • आरसीपी सिंह - केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री सिंह ने पटना आवास पर की जदयू साथियों से मुलाकात

  • आरसीपी सिंह - आठवें राष्ट्रीय अटल सम्मान समारोह में 25 विभूतियों को विज्ञान भवन में किया गया सम्मानित

  • आरसीपी सिंह - जेएसपीएल के अध्यक्ष श्री नवीन जिंदल ने इस्पात मंत्रालय के अनुरूप जेएस पीएल भविष्य विस्तार योजना पर दी प्रस्तुति

  • आरसीपी सिंह - इस्पात मंत्रालय की सलाहकार समिति की बैठक में देश में मैंगनीज अयस्क उद्योग के विकास पर हुआ विचार विमर्श

  • आरसीपी सिंह - बाजार की जरूरतों के अनुसार अपना उत्पादन बढ़ाए सेल

  • आरसीपी सिंह - लुधियाना की विभिन्न इस्पात इकाईयों का किया दौरा, सेकेंडरी स्टील उत्पादकों से आत्मनिर्भर भारत में योगदान की अपील की

  • आरसीपी सिंह - पंजाब के विभिन्न धार्मिक स्थलों में श्री सिंह ने किया पूजन-अर्चन

  • आरसीपी सिंह - पंजाब में मिलेगी जदयू संगठन को मजबूती, केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री सिंह ने किया जदयू कार्यालय का उद्घाटन

  • आरसीपी सिंह - माध्यमिक इस्पात उत्पादकों के साथ वार्तालाप करने इस्पात मंत्री पहुंचे पंजाब, मंडी गोबिंदगढ़ स्टील सिटी का करेंगे दौरा

  • आरसीपी सिंह - जदयू वरिष्ठ नेता श्री दिलेश्वर कामत के दिल्ली आवास पर हुई सासंदों की बैठक

  • आरसीपी सिंह - जीरो बजट से होने वाली प्राकृतिक खेती पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन कार्यक्रम में शामिल हुए मंत्री महोदय

  • आरसीपी सिंह - माननीय नीतीश कुमार की अध्यक्षता में स्वास्थ्य क्षेत्र में हुआ अभूतपूर्व कार्य

  • आरसीपी सिंह - स्टील सेक्टर के सार्वजनिक उपक्रमों के पूंजीगत व्यय की समीक्षा बैठक में परियोजना कार्यों को समय पर पूरा करने के महत्व पर दिया गया बल

  • आरसीपी सिंह - बाल्मीकिनगर में बनाया जाएगा 500 सीटर बहुउद्देशीय सभागार व अतिथिगृह

  • आरसीपी सिंह - देश में स्टील उत्पादन को पूर्व-कोविड स्तरों तक ले जाने के लिए स्टील उत्पादकों के साथ हुई बैठक

  • आरसीपी सिंह - इस्पात मंत्रालय के वरीय पदाधिकारियों के साथ संसदीय विषयों पर हुई चर्चा

  • आरसीपी सिंह - सुश्री रजनी सेखरी सिब्बल द्वारा लिखित पुस्तक विमेन ऑफ इनफ्लुएंस का केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री सिंह ने किया अनावरण

  • आरसीपी सिंह - मंगोलिया से आए संसदीय दल ने केंद्रीय इस्पात मंत्री से की मुलाकात

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह- आप सभी देशवासियो को संविधान दिवस की शुभकामनायें

  • आरसीपी सिंह - मंत्रालय के उपक्रमों की पट्टे पर दी गई गैर-कार्यरत खदानों की समीक्षा बैठक का हुआ आयोजन

  • आरसीपी सिंह - मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन के 15 वर्ष हुए संपूर्ण, इन 15 वर्षों में बिहारियों का बढ़ा मान-सम्मान

  • आरसीपी सिंह - जीवन में ज्ञान से बढ़कर कुछ भी नहीं है, सरदार पटेल के जीवन से हमें मिलती है यह प्रेरणा

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह- गुरुनानक जयंती की सभी देशवासियों को शुभकामनाएं

  • आरसीपी सिंह - गुजरात के सीएम से इस्पात क्षेत्र के विस्तार पर हुई चर्चा

  • आरसीपी सिंह - केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री सिंह ने गुजरात के विभिन्न स्थानों का किया भ्रमण, गुजरातवासियों को दी शुभकामनाएं

  • आरसीपी सिंह - गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल से हुई मुलाकात, डैशबोर्ड मॉनिटरिंग सिस्टम पर हुई चर्चा

  • आरसीपी सिंह - इस्पात मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति की बैठक में भारत में इस्पात उपयोग को बढ़ाने की रणनीति पर किया गया विचार-विमर्श

अधिक जानें

© rcpsingh.org & Navpravartak.com

  • Terms
  • Privacy