Ram Chandra Prasad Singh
  • होम
  • जानें
  • अपडेट
  • जुडें

गंगा नदी - गंगा चुनौती की अनदेखी अनुचित

  • By
  • Arun Tiwari Arun Tiwari
  • February-03-2020
गंगा की अविरलता-निर्मलता के समक्ष हम नित नई चुनौतियां पेश करने में लगे हैं। अविरलता-निर्मलता के नाम पर खुद को धोखा देने में लगे हैं। घाट विकास, तट विकास, तट पर औषधि उद्यान, सतही सफाई, खुले में शौच मुक्ति के लिए गंगा ग्रामों में बने शौच गड्ढे...खुद को धोखा देने जैसे ही काम हैं। अधिक उत्पादन के लिए रासायनिक उर्वरक, खरपतवारनाशक व कीटनाशाकों का बेलगाम प्रयोग भी इसी श्रेणी में आता है। तक़लीफदेह तथ्य यह है कि ऐसा करते हुए हम उन कहानी, शोध, निष्कष व आंखों देखी तक़लीफों की लगातार अनदेखी कर रहे हैं, जो प्रमाण हैं कि चुनौती तो हम खुद अपने लिए पेश कर रहे हैं।

पत्रकार अभय मिश्र ने वेंटिलेटर पर ज़िन्दा एक महान नदी की कहानी लिखी है। वह महान नदी, हमारी गंगा है। हक़ीकत में 'माटी मानुष चून' उपन्यास, गंगा के वेंटिलेटर पर जाने की कहानी नहीं है; यदि भारत की नदियों की अनदेखी हुई तो 2075 आते-आते, यह पूरे भारतीय उपमहाद्वीप के हम इंसानों के वेंटिलेटर पर आश्रित हो जाने की कहानी होगी। नेशनल एकेडमी ऑफ साइन्सेस जर्नल, अमेरिका की ताज़ा रिपोर्ट भी यही कह रही है। जिस रफ्तार से समुद्र का जलस्तर बढ़ रहा है, इस सदी के अंत तक गंगा, मेघना और ब्रह्यपुत्र पर समुद्र का जल स्तर 1.4 मीटर बढ़ जायेगी। इससे एक-तिहाई बांग्ला देश और पूर्वी भारत का एक बड़ा हिस्सा स्थाई बाढ़ व दलदली क्षेत्र के रूप में तब्दील हो जाएगा। परिणामस्वरूप, इस इलाके में बसी करीब 20 करोड़ की आबादी वेंटिलेटर पर होगी।

विज्ञान पर्यावरण केन्द्र से लेकर स्वयं सरकार के केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड तक के अब तक की रिपोतार्ज गंगा गुणवत्ता की बेहतरी की खबर नहीं दे रहे। गंगा बेहतरी के नाम पर उत्तर प्रदेश की शासकीय गंगा यात्रा भले ही जारी हो; प्रयागराज में माघ मेले के इस समय में भी गंगा-यमुना में जा रहे नाले के सोशल मीडिया पर जारी ताज़ा वीडियो के दृश्य कुछ और ही कह रहे हैं। गंगा, डुबकी लगा रहे लाखों लोगों को पाप मुक्त करके भेज रही है या नई बीमारियां देकर ? इसका एक उत्तर स्वयं प्रधानमंत्री जी के प्रतिनिधित्व वाले अस्सी नाले और वरुणा नदी से सीधे रुबरु होकर पाया जा सकता है। दूसरा उत्तर, डाॅक्टर सूरज द्वारा गत् दो वर्षों के दौरान गंगातटीय 2500 मरीजों पर किए गए ताज़ा शोध ने पेश किया है। डॉ सूरज, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुन्दरलाल अस्पताल में न्यूरोलाजी विभाग के शोधार्थी हैं।

शोध कहता है कि प्रयागराज से लेकर मिर्जापुर, भदोही, बनारस, चंदोली, बलिया, बक्सर तक की 300 किलोमीटर लम्बी गंगा तटवर्ती पट्टी में गंजेटिक पर्किसन और गंजेटिक डिमेंशिया के रोगी बढे़ हैं। मोटर न्यूरॉन नामक जो बीमारी, इस पट्टी के लोगों को तेजी से अपना शिकार बना रही है, उसका एक कारण गंगा में मौजूद धात्विक प्रदूषण है। यह बीमारी अंगों में कसाव के साथ फड़फड़ाहट जैसे लक्षण लेकर आती है। खेती में प्रयोग होने वाले इंडोसल्फान ऑग्नोफास्फोरस, डीडीटी, लिन्डेन, एन्ड्रिन जैसे रसायनों के रिसकर गंगा में मिलने से इन इलाकों में पेट व पित्ताश्य की थैली के कैंसर रोगी बढे़ हैं। शोधकर्ता आशंकित है कि गंगा प्रदूषण, अनुवांशिक दुष्प्रभाव भी डाल सकता है। इसके लिए फिलहाल, गंगा के जलीय जीवों पर अनुवांशिक प्रभावों का अध्ययन भी शुरु किया गया है।

बावजूद इसके हमारे आत्मघाती कदम पर निगाह डालिए कि रिवर फ्रंट के नाम पर हमने गोमती नदी के साथ धोखा किया। उत्तर प्रदेश के पिछले शासनकाल में हिंडन की नदी भूमि पर कब्जे की एक योजना चुपके-चुपके बनाई गई। गोमती व हिंडन, क्रमशः गंगा व यमुना की सहायक धारा है। इस बीच हिण्डन नदी भूमि पर कब्जा किए बैठी 100 से अधिक इमारतों व. खेल परिसरों को ध्वस्त करने की एक सामने आया है। प्रतीक्षा करनी होगी कि यह ज़मीन नदी के लिए खाली कराई जा रही है या किसी और के लिए? किंतु क्या हम इंतजार करें कि हिण्डन के साथ भी वही हो, जो जयपुर की द्रव्यवती के साथ हो चुका है। जयपुर की द्रव्यवती नदी को मल शोधन संयत्रों से शोधित अवजल की निकासी की पक्की नहर में तब्दील किए जाने को क्या हम नदी पुनर्जीवन का कार्य कहें? यह कार्य टाटा प्रोजेक्टस् और शंघाई अर्बन डेवल्पमेंट कन्सट्रक्शन ग्रुप को ठेके पर दे कर कराया गया है। सूत्रों के मुताबिक, पुनर्जीवन के नाम पर हिण्डन नदी के तट विकास का कार्य भी टाटा प्रोजेक्ट को दिया जाने वाला है।

इस आइने को सामने रखकर, केन्द्रीय जल संसाधन मंत्रालय के सचिव श्री यू. पी. सिंह के इस ताज़ा बयान का आकलन करें - ''निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग छोटी नदियों को गोद ले सकते हैं।'' क्या यह संकेत है, नदियों की मालिकी, कंपनियों के हाथ में सौंपने का?

नदियों के साथ खिलवाड़ के आत्मघाती खेल कई हैं। ऑस्ट्रेलिया के जंगलों की आग और वहां पानी की तलाश में घरों की ओर विस्थापित हो रहे 10 हज़ार जंगली ऊंटों को मारने की योजना की चेतावनियां भी कई ही हैं। किंतु क्या हम चेत रहे हैं? पुणे की रामनदी, इन्द्रायणी नदी बाढ़ क्षेत्र को बचाने की कदम सामने आए हैं। प्रशासन और हरित प्राधिकरण द्वारा कई प्रेरक प्रयास हुए हैं। नदी पुनर्जीवन सिखाने और इसके लिए प्रेरित करने वाले दस्तावेज़ व उदाहरण भारत में कई हैं। कई नदी कार्यकर्ता, आज भी अपनी छोटी-छोटी धाराओं को बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। क्या शासन, खुद आगे बढ़कर सहयोग की ईमानदार कोशिश करता दिखाई दे रहा है ? साधु निगमानंद और नागनाथ पहले शहीद हुए। गंगा हितैषी चार मांगों की पूर्ति हेतु स्वामी सानंद ने अपनी देह त्यागी। उन्ही मागों को सामने रखते हुए संत गोपालदास और युवा साधु अबोधानन्द गंगा तप पर रहे। अब साध्वी पद्मावती हैं। नींबू पानी, शहर और नमक पर शरीर कितने समय चल सकता है? किंतु क्या किसी के कान पर जूं रेंग रही है? नहीं, सरकार और बाज़ार व्यस्त है पर्यावरणीय चुनौतियों को प्रोजेक्ट और प्रोडक्ट में तब्दील कर देने में।

सूत्र कह रहे हैं कि 31 जनवरी से चलने वाले संसद सत्र में गंगा संबंधी क़ानून का जिस प्रारूप को पेश किए जाने की संभावना है, वह गंगा के प्रति व्यक्तिगत् अपराधों के प्रति बेहद सख्त और संस्थागत् अपराध के प्रति नरम बताया जा रहा है। ये सब मूल समस्या से ध्यान हटाकर, लोगों को अन्यत्र व्यस्त रखने का ही उपक्रम है। क्या हम ऐसे उपक्रमों, चेतावनी की अनदेखी करें? क्या मां की सिर्फ परिक्रमा करने से काम नहीं चल जायेगा?

नहीं, हम अपने-अपने इलाके के पानी, मिट्टी, हरियाली, छोटी से छोटी धारा को संरक्षित करने में जो कुछ कर सकते हों; करें। नदी हितैषी नेतृत्वकारी कार्यकर्ताओं को चाहिए कि अपनी-अपनी ढपली, अपना-अपना राग का रवैया छोड़ें; एकजुट हों; आवाज़ उठायें; सरकारों को उचित सुझायें। सरकारों से भी अनुरोध है कि नदी चेतावनी की अनदेखी बंद करें। नदी कार्यकर्ताओ-विशेषज्ञों के नदी हितैषी सुझावों को सुने; उन पर पूरी ईमानदारी से अमल करें। नदी के हित में प्रकृति के प्रत्येक जीव का हित निहित है। अतः नदियों के साथ कारपोरेट एजेण्डे के अनुसार नहीं, नदियों के प्राकृतिक अधिकार की ज़रूरत के मुताबिक व्यवहार करें। भूले नहीं कि नदी के वेंटिलेटर पर जाने की हर दास्तां के साथ हमारा रोज़गार, सेहत और समृद्धि भी वेंटिलेटर की ओर ही बढ़ रहे हैं।

हमसे ईमेल या मैसेज द्वारा सीधे संपर्क करें.

क्या यह आपके लिए प्रासंगिक है? मेसेज छोड़ें.

More

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह-बसंत पंचमी की हार्दिक शुभकामनाएं बसंत पंचमी जानें बसंत पंचमी का धार्मिक एवं वैज्ञानिक महत्त्व

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह-अहिंसा के प्रतीक, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी महात्मा गांधी स्मृति दिवस जी को उनकी पुण्यतिथि पर विनम्र नमन

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह-लाला लाजपत राय जी की जयंती लाला लाजपत राय जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह-सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा गणतंत्र दिवस भारतीय लोकतंत्र के महोत्सव गणतंत्र दिवस की सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह-महान क्रांतिकारी व आज़ाद हिन्द फ़ौज के संस्थापक सुभाष चंद्र बोस जयंती नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर हार्दिक अभिनंदन

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह-गुरु गोबिंद सिंह जयंती की गुरु गोबिंद सिंह जयंती सभी देशवासियों को शुभकामनाएं

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह-आप सभी को मकर संक्रांति मकर संक्रांति के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह-सभी राष्ट्रवासियों को लोहड़ी पर्व लोहड़ी की बहुत बहुत बधाइयां

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह-महान चिंतक एवं दार्शनिक स्वामी विवेकानंद की स्वामी विवेकानंद जयंती जयंती पर उन्हें कोटि कोटि नमन

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह-लाल बहादुर शास्त्री जी लाल बहादुर शास्त्री पुण्यतिथि की पुण्यतिथि पर विनम्र श्रद्धांजलि

  • आरसीपी सिंह - पावापुरी, नालंदा में स्व कपिलदेव प्रसाद सिंह जी की प्रथम पुण्यतिथि पर हुआ श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन

  • आरसीपी सिंह - केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री सिंह ने पटना आवास पर की जदयू साथियों से मुलाकात

  • आरसीपी सिंह - आठवें राष्ट्रीय अटल सम्मान समारोह में 25 विभूतियों को विज्ञान भवन में किया गया सम्मानित

  • आरसीपी सिंह - जेएसपीएल के अध्यक्ष श्री नवीन जिंदल ने इस्पात मंत्रालय के अनुरूप जेएस पीएल भविष्य विस्तार योजना पर दी प्रस्तुति

  • आरसीपी सिंह - इस्पात मंत्रालय की सलाहकार समिति की बैठक में देश में मैंगनीज अयस्क उद्योग के विकास पर हुआ विचार विमर्श

  • आरसीपी सिंह - बाजार की जरूरतों के अनुसार अपना उत्पादन बढ़ाए सेल

  • आरसीपी सिंह - लुधियाना की विभिन्न इस्पात इकाईयों का किया दौरा, सेकेंडरी स्टील उत्पादकों से आत्मनिर्भर भारत में योगदान की अपील की

  • आरसीपी सिंह - पंजाब के विभिन्न धार्मिक स्थलों में श्री सिंह ने किया पूजन-अर्चन

  • आरसीपी सिंह - पंजाब में मिलेगी जदयू संगठन को मजबूती, केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री सिंह ने किया जदयू कार्यालय का उद्घाटन

  • आरसीपी सिंह - माध्यमिक इस्पात उत्पादकों के साथ वार्तालाप करने इस्पात मंत्री पहुंचे पंजाब, मंडी गोबिंदगढ़ स्टील सिटी का करेंगे दौरा

  • आरसीपी सिंह - जदयू वरिष्ठ नेता श्री दिलेश्वर कामत के दिल्ली आवास पर हुई सासंदों की बैठक

  • आरसीपी सिंह - जीरो बजट से होने वाली प्राकृतिक खेती पर आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन कार्यक्रम में शामिल हुए मंत्री महोदय

  • आरसीपी सिंह - माननीय नीतीश कुमार की अध्यक्षता में स्वास्थ्य क्षेत्र में हुआ अभूतपूर्व कार्य

  • आरसीपी सिंह - स्टील सेक्टर के सार्वजनिक उपक्रमों के पूंजीगत व्यय की समीक्षा बैठक में परियोजना कार्यों को समय पर पूरा करने के महत्व पर दिया गया बल

  • आरसीपी सिंह - बाल्मीकिनगर में बनाया जाएगा 500 सीटर बहुउद्देशीय सभागार व अतिथिगृह

  • आरसीपी सिंह - देश में स्टील उत्पादन को पूर्व-कोविड स्तरों तक ले जाने के लिए स्टील उत्पादकों के साथ हुई बैठक

  • आरसीपी सिंह - इस्पात मंत्रालय के वरीय पदाधिकारियों के साथ संसदीय विषयों पर हुई चर्चा

  • आरसीपी सिंह - सुश्री रजनी सेखरी सिब्बल द्वारा लिखित पुस्तक विमेन ऑफ इनफ्लुएंस का केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री सिंह ने किया अनावरण

  • आरसीपी सिंह - मंगोलिया से आए संसदीय दल ने केंद्रीय इस्पात मंत्री से की मुलाकात

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह-आप सभी देशवासियो को संविधान दिवस संविधान दिवस की शुभकामनायें

  • आरसीपी सिंह - मंत्रालय के उपक्रमों की पट्टे पर दी गई गैर-कार्यरत खदानों की समीक्षा बैठक का हुआ आयोजन

  • आरसीपी सिंह - मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुशासन के 15 वर्ष हुए संपूर्ण, इन 15 वर्षों में बिहारियों का बढ़ा मान-सम्मान

  • आरसीपी सिंह - जीवन में ज्ञान से बढ़कर कुछ भी नहीं है, सरदार पटेल के जीवन से हमें मिलती है यह प्रेरणा

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह-गुरुनानक जयंती की गुरुनानक जयंती सभी देशवासियों को शुभकामनाएं

  • आरसीपी सिंह - गुजरात के सीएम से इस्पात क्षेत्र के विस्तार पर हुई चर्चा

  • आरसीपी सिंह - केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री सिंह ने गुजरात के विभिन्न स्थानों का किया भ्रमण, गुजरातवासियों को दी शुभकामनाएं

  • आरसीपी सिंह - गुजरात के मुख्यमंत्री श्री भूपेन्द्र पटेल से हुई मुलाकात, डैशबोर्ड मॉनिटरिंग सिस्टम पर हुई चर्चा

  • आरसीपी सिंह - इस्पात मंत्रालय की परामर्शदात्री समिति की बैठक में भारत में इस्पात उपयोग को बढ़ाने की रणनीति पर किया गया विचार-विमर्श

  • आरसीपी सिंह - जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर छोटा उदेपुर में जनसभा को किया संबोधित

  • आरसीपी सिंह - केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री सिंह ने नर्मदा दौरे पर सरदार पटेल के जीवन से प्रेरणा लेने का किया आह्वान

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह-छठ पूजा की शुभकामनाएं छठ पूजा जानियें छठ पूजा से जुड़े वैज्ञानिक एवं सामाजिक महत्त्व

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह-शुभ दीपावली दीपावली रोशनी और उज्ज्वलता के त्यौहार दीपावली से करें जीवन को प्रकाशमय

  • आरसीपी सिंह - बिहार विधानसभा उपचुनावों में एनडीए ने हासिल की जीत, नीतीश कुमार के समावेशी विकास पर जनता ने दिखाया भरोसा

  • आरसीपी सिंह - मॉयल लिमिटेड की सबसे बड़ी खदान बालाघाट माइंस का दौरा करने बालाघाट पहुंचे केंद्रीय इस्पात मंत्री

  • आरसीपी सिंह - केंद्रीय इस्पात मंत्री ने बालाघाट भूमिगत खदान का किया दौरा, कार्यात्मक प्रणाली का लिया जायजा

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह-राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता के प्रतिपालक लौहपुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल जयंती सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर सादर अभिनंदन

  • आरसीपी सिंह - नागपुर दौरे पर पहुंचे केंद्रीय इस्पात मंत्री, मॉयल श्रमिकों के लिए की वेतन वृद्धि की घोषणा

  • आरसीपी सिंह - पीएलआई योजना को लेकर इस्पात मंत्रालय की संगोष्ठी का हुआ आयोजन

  • आरसीपी सिंह - भारत और रूस के बीच ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हुए हस्ताक्षर, केंद्रीय इस्पात मंत्री ने की रूसी संघ के ऊर्जा मंत्री से मुलाकात

  • रामचंद्र प्रसाद सिंह-नवरात्री के नौवें दिन की शुभकामनायें - नवरात्री नवमी माँ सिद्धिदात्री

अधिक जानें

© rcpsingh.org & Navpravartak.com

  • Terms
  • Privacy