पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री आरसीपी सिंह आज रहुई स्थित हवनपुरा में श्रीमद् भागवत कथा में सम्मिलित हुए। श्री सिंह ने व्यास पूजन करते हुए व्यासपीठ से आशीर्वाद प्राप्त किया और अपने संबोधन में कहा कि श्रीमद भागवत कथा के श्रावण से सभी भव बंधन कट जाते हैं, हमें अपनी संस्कृति और सनातन परंपराओं का अनुसरण करते हुए प्रभु के नाम के श्रवण, चिंतन और मनन अवश्य करना चाहिए।
श्रीमद भागवत कथा के अंतर्गत व्यासपीठ से कथावाचक ने प्रभु श्री कृष्ण के विभिन्न रूपों पर प्रकाश डाला, साथ ही श्रीमद भागवत जी का महत्तम सभी श्रद्धालुओं के सामने रखा। कथा वाचक पं शर्मा ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा मनुष्य की सभी इच्छाओं को पूरा करती है। यह कल्पवृक्ष के समान है। भागवत कथा ही साक्षात कृष्ण है और जो कृष्ण है, वही साक्षात भागवत है। भागवत कथा भक्ति का मार्ग प्रशस्त करती है। कथा व्यास ने पांडवों के जीवन में होने वाली श्रीकृष्ण की कृपा को बड़े ही सुंदर ढंग से दर्शाया।