जातस्य हि ध्रुवो मृत्युर्ध्रुवं जन्म मृतस्य च।
तस्मादपरिहार्येऽर्थे न त्वं शोचितुमर्हसि।
जो संसार में आया है, उसका जाना भी निश्चित है। दुनिया में सभी वस्तुएं परिवर्तनशील हैं किंतु मृत्यु संसार का सबसे बड़ा शाश्वत सत्य है। हम सभी अपने अपने जीवन में अपने पारिवारिक जनों, रिश्तेदारों और संगी साथियों से कुछ इस तरह से जुड़ जाते है, जिनके देहांत या मृत्यु पर हमे बेहद अफ़सोस होता है।
साथियों के सुख-दुख में खड़े रहने के इसी क्रम में आज पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री आरसीपी सिंह आज बरबीघा के निमी गाँव में पहुंचे। इस मौके पर उनके साथ सहयोगीजन भी उपस्थित रहे। निमी गांव में श्री सरोवर सिंह जी का अकस्मात निधन हो गया था, जिसकी सूचना पर श्री सिंह ने उनके आवास स्थान पर पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की। उन्होंने परिजनों से मुलाकात कर दिवगंत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की और इस दुख की घड़ी में उन्हें हिम्मत बंधाई।