बाबू जगजीवन राम, भारत के प्रथम अनुसूचित जाति-जनजाति के उप-प्रधानमंत्री एवं राजनेता द्वारा भारतीय और विशेषकर वंचित/गरीब समाज के उत्थान में किए गए कार्यों का योगदान :-
तत्कालीन उप-प्रधानमंत्री बाबू जगजीवन राम का जन्म 05 अप्रैल 1908 को चांदवा, भोजपुर, बिहार के चमार कौम के गरीब किसान परिवार में हुआ था। बाबू जगजीवनराम संत शिरोमणि सतगुरु रविदास जी को अपना आदर्श मानते थे। उन्होंने वंचित/गरीब समाज के उत्थान हेतु अनेक कार्य किये।
- 1931 में कलकत्ता विश्व विद्यालय से स्नातक की डिग्री प्राप्त की।
- 1934 में संत रविदास जयंती मनाने और उनके प्रचार के लिये “अखिल भारतीय रविदास महासभा” का गठन किया।
- 1934 में ही बिहार भूकम्प पीडितो की मदद की।
- 1934 में ही “खेतिहर मजदूर महासभा” तथा “भारतीय दलित वर्ग संघ” का गठन किया।
- 1935 में हैमण्ड कमेटी के समक्ष दलितों के लिये मतदान करने की मांग रखी।
- 1936 में बिहार विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) नियुक्त किये गए।
- 1937 में “भारतीय दलित वर्ग संघ” को चुनाव लड़ाया तथा उस चुनाव में दलित वर्ग संघ के 14 सदस्य एमएलए निर्वाचित हुए। जिनमे बाबू जगजीवन राम निर्विरोद्ध निर्वाचित हुए।
- 1942 के अंग्रेज “भारत छोडो आंदोलन” में जेल गए।
- अगस्त 1946 में अंतरिम सरकार गठन के लिये लॉर्ड वावेल द्वारा बुलाये गए 12 नेताओ में से बाबू जगजीवन राम एक थे।
- सितम्बर 1946 में जेनेवा में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय श्रम सम्मेलन में भाग लिया।
- 1946 में गठित प्रथम लोक सभा में श्रम मंत्री नियुक्त किये गए।
- संविधान निर्माण समिति के सदस्य नियुक्त किये गए।
- श्रम मंत्री रहते हुए गरीब मज़दूरो के हित में लागू कराये हुए श्रम कानूनो का ब्यौरा इंडस्ट्रीयल डिस्प्यूट एक्ट 1947 लागू कराया।
- न्यूनतम वेतन एक्ट 1948 लागू कराया।
- एम्पलाईज स्टेट इंश्योरेंस एक्ट 1948 लागू कराया।
- प्रोविडेंट फंड (PF) एक्ट 1952 लागू कराया।
- इंडियन ट्रेड यूनियन एक्ट (संशोधित) 1960 लागू कराया।
- बोनस भुगतान एक्ट 1965 लागू कराया।
- भारत को भुखमरी से फ़ूड सरप्लस देश बनाया।
- 1970 से 1974 एवं 1977 से 1978 तक रक्षा मंत्री रहे।
- 1971 में रक्षा मंत्री होते हुए पकिस्तान से बांग्लादेश को आजाद कराया।
- 1977 से 1979 तक उप-प्रधान मंत्री रहे।
- बाबू जगजीवन राम जी ने अपने अधीन मंत्रालय में अनुसूचित जाति-जनजाति के उम्मीदवारों की भर्ती सुनिश्चित की, शेष मंत्रालयों में बैकलॉग रहा।
- बाबू जगजीवन राम जी ने राजनीति गैर-काँग्रेस (भारतीय दलित वर्ग संघ) से शुरू करके गैर-काँग्रेस (काँग्रेस-जगजीवन) में अंत किया।
जिस मंडल कमीशन के आधार पर भारत के 52 प्रतिशत ओबीसी समाज को आरक्षण का लाभ मिला, उसके गठन करने का पूरा खाका बाबू जगजीवन राम ने तैयार किया था और इसके लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गाँधी को पूरा प्रोग्राम दिया था कि किस तरह से पिछड़े वर्ग के लोग समाज की मुख्यधारा में शामिल हो सकते हैं।
ऐसे महापुरुष की जयंती पर बहुजन सदा सदा कृतज्ञ रहेगा। उन्हें कोटिश: नमन।
सर्वेश अम्बेडकर
समाजवादी पार्टी, उप्र