हाल ही में एबीपी को दिए गए इंटरव्यू में रिपोर्टर द्वारा यह पूछने पर कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मर्जी के खिलाफ श्री आरसीपी सिंह केंद्रीय मंत्री बनें तो श्री सिंह ने जवाब देते हुए कहा कि वह केंद्रीय मंत्री सीएम नीतीश कुमार की सहमति से ही बनें थे और राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में उन्होंने नए अध्यक्ष का नाम भी प्रस्तावित किया था, साथ ही बैठक में सभी ने उन्हें केंद्रीय मंत्री बनने पर बधाई और शुभकामनाएं दी, तो पार्टी की अनुमति के बिना मंत्री पद स्वीकार करने की बात कहाँ से निकलकर आई?
साथ ही श्री सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश चुनावों के बात उन्होंने यह अनुभव किया कि बिहार की जनता के जनादेश का हरण कर यह लोग अपना पाला बदलना चाहते हैं और मैंने इसके खिलाफ बोला था। इसी कारण पार्टी ने बहाना बनाकर मुझ पर पार्टी तोड़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वह जुलाई में दिल्ली से आए और किसी विधायक तक से नहीं मिले तो वह किस प्रकार पार्टी को तोड़ने की बात कर सकते हैं। श्री सिंह ने शीर्ष कमान की पोल खोलते हुए कहा कि जदयू कार्यकर्ताओं को चिट्ठी लिख लिखकर कहा गया कि आरसीपी सिंह के किसी भी कार्यक्रम में वह नहीं जाए।
पूरा साक्षात्कार यहां देखें ---