आज पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस के उपलक्ष्य में विज्ञान भवन, नई दिल्ली के अंतर्गत "अटल सम्मान समारोह" के आठवें आयोजन के दौरान विभिन्न 25 क्षेत्रों के लिए कलाकारों, साहित्यकारों, समाजसेवियों, राजनीतिज्ञों, सैनिकों आदि सहित देश-विदेश के 25 चयनित योग्य लोगों को भारतीय परम्परा व सस्कृति के अनुसार सम्मानित किया गया। इस सम्मान कार्यक्रम का आयोजन अटल सम्मान समारोह ट्रस्ट के माध्यम से विगत आठ वर्षों से किया जा रहा है।
अष्टम अटल सम्मान समारोह के मुख्य अतिथि केन्द्रीय इस्पात मंत्री श्री आरसीपी सिंह रहे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद व कलाकार मनोज तिवारी की। इस मौके पर मंत्री महोदय ने आदरणीय अटल जी के व्यक्तित्व, कृतित्व से प्रेरणा लेने का आह्वान किया और कहा कि अटलजी ने जय जवान, जय किसान के साथ जय विज्ञान को जोड़कर भारत को एक नई दिशा एवं सृष्टि दी। श्री सिंह ने कहा कि अटल जी के समय में जल, थल और आकाश तीनों में भारत ने अपनी सैन्य शक्ति को मजबूत किया और कारगिल में दुश्मनों को करारा जवाब दिया। बिहार में गंगा नदी के पुलों के निर्माण, विशेषकर कोसी पुल के निर्माण में अटल जी का मार्गदर्शन का बहुत बड़ा योगदान है। साथ ही श्री सिंह ने अटल जी की प्रशासनात्मक कार्यशैली की सराहना करते हुए कहा कि आज उनकी जमीनी स्तर पर लागू की गई सही नीतियों के कारण ही भारत को विज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी देशों में जाना जाता है।