आज शिमला में इस्पात मंत्रालय की संसदीय परामर्शदात्री समिति की अध्यक्षता में हरित इस्पात विषय पर विचार-विमर्श किया गया। इस मौके पर केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री आरसीपी सिंह ने सभी हितधारकों से एक समयबद्ध कार्य योजना के अनुसार इस्पात उद्योग से उत्सर्जन को काम करने के ठोस प्रयास करने का आह्वान किया, जिससे आत्मनिर्भर भारत में हरित स्टील के उत्पादन को बढ़ावा मिल सके।
इसके साथ ही मंत्री महोदय ने इस्पात उद्योग द्वारा हरित इस्पात का उत्पादन करने के लिए अपनाई जा सकने वाली विभिन्न रणनीतियों और प्रौद्योगिकियों, उनके पेशेवरों और विपक्षों और उनके प्रौद्योगिकी तैयारी स्तर (टीआरएल) पर चर्चा की। बैठक का प्रमुख फोकस इस्पात उत्पादन के लिए ग्रीन हाइड्रोजन के उपयोग की संभावनाओं और सीओपी26 में की गई प्रतिबद्धताओं के अनुरूप उत्सर्जन को कम करने के लिए कार्बन कैप्चर प्रौद्योगिकियों के उपयोग पर रहा।