लालू जी शरणं गच्छामि !
इस फोटो के माध्यम से नीतीश बाबू कह रहे हैं कि भाई साहब आप सही थे और मैं ग़लत था। मुझे माफ़ कर दीजिए। नीतीश बाबू बिहार की जनता, आपके समर्थक, शुभचिंतक इस फोटो का क्या अर्थ निकालें?
1. क्या आप श्रीमान लालू जी को यह कह रहे हैं कि भाई साहब 1994 के बाद मैंने जो आपके ख़िलाफ़ राजनीति की, वो एक भूल थी, ग़लत था एवं बिना सोचे समझे था।
2. भाई साहब 1994 के बाद विभिन्न चुनावों के अवसर पर, संसद में, विधान सभा में, विधान परिषद में आपके एवं आपके कार्यकाल के बारे में मैंने जितने भाषण दिए वो सभी असत्य थे, बिना सोचे समझे एवं तथ्य से परे थे।
3. भाई साहब आपके ख़िलाफ़ मेरे कुछ सहयोगियों ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाये, न्यायालयों में आपके ख़िलाफ़ केस किए एवं आपको भ्रष्टाचार के मामले में सज़ा भी हुई, वह ग़लत था और मैं उससे सहमत नहीं था। इसके लिए मुझे आप माफ़ कर दीजिए।
4. नीतीश बाबू बिहार की जनता ये जानना चाहती है कि लोक सभा चुनावों में लालू जी के ख़िलाफ़ चुनाव जीतकर आप केंद्र में रेल मंत्री, कृषि मंत्री एवं भूतल परिवहन मंत्री बने, वो आपका निर्णय ग़लत था।
5. 2005 में NDA के नेतृत्व में लालू जी के ख़िलाफ़ चुनाव जीतकर आप बिहार के मुख्यमंत्री बने, वो आपका निर्णय ग़लत था।
6. अगर ऐसी बात है नीतीश बाबू तो आपको लालू जी और उनके परिवार के साथ ही बिहार की जनता से, करोड़ों मतदाताओं से अपनी गलती स्वीकार कर सार्वजनिक रूप से माफ़ी माँगनी चाहिए। साथ ही जिन कार्यकर्ताओं ने लालू जी के ख़िलाफ़ संघर्ष किया एवं आपका साथ दिया, बलिदान दिया, उनसे भी आपको माफ़ी माँगनी चाहिए कि मेरी राजनीति ग़लत थी।
7. जब जैसी, तब तैसी, गुड़ खाइए गुलगुले से परहेज़, नीतीश बाबू।