केंद्रीय इस्पात मंत्री आरसीपी सिंह ने बताया कि विशेष इस्पात के लिए सरकार की उत्पादकता-लिंक्ड प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना के समर्थन में, भारत के शीर्ष छह इस्पात निर्माता इस योजना की घोषणा के पहले वर्ष के भीतर विशेष इस्पात का उत्पादन करने के लिए तैयार हैं। इस योजना को उद्योग से इनपुट के साथ डिजाइन किया गया है, और शीर्ष छह कंपनियां जल्द ही विशेष इस्पात क्षेत्र में प्रवेश करेंगी। चार अंतरराष्ट्रीय और दो घरेलू कंपनियों सहित छह शीर्ष कंपनियां पहले साल ही विशेष इस्पात का उत्पादन में प्रवेश करेंगी।
श्री सिंह ने जानकारी दी है कि देश में विशेष इस्पात की भारी मांग है और यह योजना इस्पात क्षेत्र के सभी क्षेत्रों को जानने के लिए तैयार की गई है। यह एक मांग-संचालित योजना है, और विशेष इस्पात की भारी मांग है।
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते, यूनियन कैबिनेट ने 5 साल के अंतराल में 6,322 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ पीएलआई योजना को स्वीकार किया। इस दौरान श्री सिंह ने कहा कि इस योजना से लगभग ₹ 40,000 करोड़ के वित्त पोषण की शुरुआत होने की उम्मीद है और लगभग 525,000 लोगों के लिए रोजगार के ने उम्मीद निकल कर आएगी, जिनमें से 68,000 प्रत्यक्ष रोजगार हो सकते हैं। इस योजना में मुख्य रूप से कोटेड इस्पात उत्पाद, हाई स्ट्रेनथ स्टील, स्पेशियलिटी रेल, अलॉय स्टील उत्पाद और स्टील वायर व इलेक्ट्रिकल स्टील इत्यादि शामिल हैं।