केन्द्रीय इस्पात मंत्री आदरणीय श्री आरसीपी सिंह आज नागपुर पहुंचे, जहां मॉयल लिमिटेड के अधिकारियों एवं राज्यसभा सांसद डॉक्टर विकास महटमे ने नागपुर हवाई पट्टी पर माननीय मंत्री जी का गर्मजोशी से स्वागत किया। मंत्री जी ने मॉयल की विभिन्न सुविधाओं का भी उद्घाटन किया, इस दौरान उन्होंने चिकला खान में द्वितीय वर्टिकल शाफ्ट एवं चिकला, गुमगांव, तिरोड़ी, कांदरी खान एवं डोंगरी बुजुर्ग में नए अस्पताल; तिरोड़ी खान में प्रशासनिक भवन और बालाघाट खदान में ग्रेजुएट ट्रेनी हॉस्टल सम्मिलित हैं।
इस मौके पर नागपुर में आयोजित एक भव्य समारोह में माननीय मंत्री जी, इस्पात मंत्री नितिन गडकरी, सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्री भारत सरकार एवं अन्य गणमान्य अतिथियों की मौजूदगी में मॉयल श्रमिकों के लिए वेतन वृद्धि समझौता की बड़ी उद्घोषणा की गई। इस समझौते के अनुसार 10 वर्ष की अवधि (1-08-2017 से 31-07-2027 तक) के लिए बोनस की घोषणा की गई, जिससे तकरीबन छह हजार कंपनी कर्मचारियों को लाभ मिलेगा और उन्हें दीपावली से पहले 28,000/- रुपये बोनस के तौर पर किया जाएगा। इस घोषणा के बाद मौजूद कर्मचारियों और विभिन्न यूनियन के सदस्य गणमान्य अतिथियों ने केंद्रीय मंत्री व अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
गौरतलब है कि मॉयल लिमिटेड भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत आने वाला एक मिनिरत्न सीपीएसई है और मॉयल भारत में मैंगनीज अयस्क का सबसे बाद उत्पादक भी है, जो महाराष्ट्र व मध्य प्रदेश में ग्यारह खदानों को संचालित करता है। देसज के घरेलू उत्पादन में मॉयल का 45 फीसदी योगदान है और देश के 34 फीसदी मैंगनीज अयस्क का भंडार भी मॉयल के पास है। वित्त वर्ष 2024-25 तक मॉयल अपने उत्पादन को लगभग दोगुना करने की महत्वाकांक्षी योजना के तहत कार्य कर रहा है। इसके साथ ही देश के अन्य राज्यों में भी कारोबार के नए अवसर खोजने की दिशा में मॉयल प्रयत्नशील है।
नागपुर में आज आयोजित हुए मॉयल के कार्यक्रम में केंद्रीय इस्पात मंत्री श्री सिंह के साथ साथ केंद्रीय इस्पात व ग्रामीण राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, राज्य केंद्रीय पशुपालन, डेयरी विकास, खेल और युवा कल्याण मंत्री श्री सुनील केदार, राज्यसभा सांसद डॉ विकास महात्मे, अतिरिक्त सचिव एवं वित्त सलाहकार इस्पात मंत्रालय सुकृति लिखी, संयुक्त सचिव रुचिका गोविल सहित बड़ी संख्या में मान्यगण एवं मॉयल के सदस्यगण उपस्थित रहे।
कार्यक्रम के साथ साथ श्री सिंह ने नागपुर में राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी का दौरा भी किया। वह पीआरजी (प्रशिक्षण) सुश्री रूबी श्रीवास्तव से भी मिले। इस मौके पर श्री सिंह ने अपने भारतीय राजस्व सेवा के दौरान अपने प्रशिक्षण के दिनों को याद करते हुए कहा कि,
"भारतीय राजस्व सेवा के अपने प्रशिक्षण के दौरान संस्थान की बहुत सी अच्छी यादें जुड़ी हुई हैं। आज की यह यात्रा मेरे लिए बहुत पुरानी यादों से भरपूर रही। मैं इस तरह के गर्मजोशी से स्वागत के लिए एनएडीटी के सभी अधिकारियों व सदस्यों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं।"