कर्पूरगौरं करुणावतारं संसारसारं भुजगेन्द्रहारम्।
सदा बसन्तं हृदयारबिन्दे भवं भवानीसहितं नमामि।।
अथार्त वह जो गौर वर्ण लिए हुए हैं, जो साक्षात् करुणा के अवतार और समस्त संसार का सार हैं और नागों को हार रूप में ग्रहण किये हुए हैं. वे देवाधिदेव महादेव शिव माँ भवानी सहित मेरे हृदय में सदैव निवास करें, उनके चरण कमलों में मेरा अभिनंदन है.
आज सृष्टि के अधिपति भगवान शिव की आराधना का परम पर्व है. महादेव शिव सभी का कल्याण करने वाले घट घट वासी हैं और हम प्रार्थना करते हैं कि वें सभी भक्तजनों का कल्याण करें. महाशिवरात्रि हिन्दू धर्म के सर्वप्रमुख त्योहारों में से एक है, इस दिन को भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की रात्रि के रूप में देश भर में उल्लास सहित मनाया जाता है. भक्तजन मंगल के लिए शिव जी की साधना करते हुए उपवास रखते हैं तथा देश भर में मंदिरों के अंतर्गत शिवलिंग की आराधना बेल पत्र, पुष्प और दुग्ध मिश्रित जल द्वारा की जाती है. आध्यात्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण यह त्यौहार तन-मन को प्रफुल्लित कर देने वाला पर्व है.
समस्त देशवासियों को महा शिवरात्रि के पावन पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं. आशा है कि पशुपतिनाथ भगवान शिव हम सभी पर अपनी करुणा की दृष्टि बनाये रखें. आप सभी का जीवन मंगलमय हों और आप सभी सर्वांगीण उन्नति के मार्ग पर अग्रसर हो सकें, ईश्वर से मेरी यही प्रार्थना है. हर हर महादेव..!!