केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के मुस्लिम समाज को लेकर दिए गए आपत्तिजनक बयान को लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री आरसीपी सिंह ने एक इंटरव्यू के दौरान अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि भारत का संविधान समावेशी है, हमारा देश गणतंत्र है और यहां धर्म, जाति, क्षेत्र, रंग इत्यादि को लेकर किसी भी प्रकार का भेदभाव कोई नहीं कर सकता है, यह सभी लोगों को संवैधानिक अधिकार प्राप्त हैं, इसलिए इस प्रकार के बयानों से राजनेताओं को बचना चाहिए।
इसके अतिरिक्त उन्होंने कहा, बीजेपी ने आज गरीब कल्याण योजना, किसान सम्मान निधि योजना इत्यादि अनेकों योजनाएं चलाई हुई हैं, जिनमें कहीं भी किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जाता है। साथ ही देश में बड़ी बड़ी सर्विसेस में भी सभी जाति धर्म के लोगों का प्रवेश होता है, यहां भी किसी प्रकार का भेदभाव नहीं है। ऐसे में यदि कोई सांसद इस प्रकार का बयान देता है, तो वह लोकतांत्रिक व्यवस्था के खिलाफ है।
साथ ही उन्होंने कहा कि जब कोई भी नेता इस प्रकार का बयान देता है तो पार्टी को भी अच्छा नहीं लगता और वह भी इनफ़ॉर्मल तरीके से नेता को ऐसा करने के लिए मना करते हैं। मोदी जी के सन्यास लेने वाले प्रश्न पर श्री सिंह ने कहा कि, जनता ने 2029 तक के लिए पीएम मोदी जी को चुना है, उनके नाम पर ही एनडीए ने वोट मांगे हैं, तो वह जनता के नेता हैं और आप उनसे यह अधिकार नहीं छिन सकते हैं।